रविवार, 15 जून 2008

चोर की मौत खुशी की बात, चोर लुटेरों के हाथ में आते ही जनता हाथ में ले कानून-फ्री लड़ूंगा मुकदमे -तोमर

चोर की मौत खुशी की बात, चोर लुटेरों के हाथ में आते ही जनता हाथ में ले कानून-फ्री लड़ूंगा मुकदमे -तोमर

 

मुरैना ! राष्ट्रीय जनता दल के मध्यप्रदेश के महासचिव एडवोकेट नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनन्द'' ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में मुरैना की सिध्द नगर कालोनी में चोरी कर रहे चोर की मौत पर प्रसन्नता जाहिर की है, और सिध्द नगर की जनता द्वारा उसे स्वयं गिरफ्तार कर पुलिस को हवाले किये जाने के बाद हार्ट अटैक से अस्पताल में मरने को जनता की बहादुरी और खुद मुख्यतारी कर कानून का सही पालन करने पर सिध्द नगर की जनता को बधाई दी है !

तोमर ने चम्बल की जनता से अपील की है कि सिध्द नगर की घटना से प्रेरणा लेते हुये चम्बल घाटी के हर गाँव मोहल्ले में चोरों लुटैरों के साथ यही व्यवहार किया जाना चाहिये ! और ऐसी अवस्था में कानूनन जनता को उसे गिरफ्तार करने तथा जान या सम्पत्ति की सुरक्षा हेतु या खतरे की आशंका मात्र होने पर किसी चोर लुटेरे की मौत भी हो जाती है तो भारतीय कानून उसे संरक्षण प्रदान करता है तथा उसे पकड़ना या जान से मार देना जनता को कानूनी हक के रूप में प्राप्त है ! चम्बल घाटी में पूरी तरह कानून व्यवस्था फेल होने तथा चोरी व लूट की घटनाओं की बेतहाशा वृध्दि का कारण फर्जी मुखबिरों के नाम पर बड़ी संख्या में चम्बल के राजनेताओं, और पुलिस द्वारा चोर लुटेरों का पाला जाना है ! नेताओं और पुलिस ने चोर लुटेरों की एक लम्बी फौज पाल रखी है, जिसे आने वाले चुनावों के मद्दे नजर इन दिनों जनता में अपराध, भय व आतंक कायम करने के लिये, भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी के लिये खुला छोड़ दिया गया है ! सिध्द नगर की घटना इन लोगों के मुँह पर करारा तमाचा है, और यह जारी रहना चाहिये !

तोमर ने बताया कि इस प्रकार चोर लुटेरों के साथ व्यवहार कर उन्हें गिरफ्तार करने वाले और मार देने वाले लोगों के मुकदमे मैं फ्री लड़ूंगा और यह सिध्द कर दूंगा कि पुलिस व नेताओं के पालतू चोरों व लुटेरों को जनता कानून के भीतर रहकर ही जबरन कानून का पालन कैसे करवाती है ! और यह कानूनन उचित व वैध है ! तोमर ने यह भी कहा कि मेरे पास पर्याप्त सबूत उपलब्ध है कि किस नेता और किस पुलिस वाले ने किस किस चोर, लुटेरे और गुण्डों को पाल रखा है और कितना चोरी व लूट का माल, उनको कमीशन के रूप में मिलता है ! अत: जनता पुलिस से उम्मीद न रखे, पुलिस की हालत अत्यंत खराब है, चम्बल के थाने बिके हुये हैं और करोड़ों रूपये की उगाही केवल थानों से ही होती है ! जिसका बड़ा भाग ऊपर तक जाता है ! अत: जनता कानून में प्राप्त अपने अधिकारों का पूरा पूरा इस्तेमाल करे और भ्रष्ट व नैतिक रूप से पूरी तरह पैदल हो चुके पुलिस और नेताओं को मुँह तोड़ जवाब दे !

तोमर पेशे से एडवोकेट हैं, तोमर ने बताया कि दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 43 में किसी भी प्रायवेट व्यक्ति द्वारा अपराधी को गिरफ्तार किया जा सकता है तथा भारतीय दण्ड संहिता की धाराओं 96 से 106 तक प्रायवेट प्रतिरक्षा का अधिकार प्रदान करतीं हैं और शरीर या सम्पत्ति की सुरक्षा के लिये या उसके खतरे में होने पर किया गया कोई भी कार्य अपराध नहीं है !

तोमर ने जनता से अपील की है कि जनता खुद जागे, खुद सचेत हो, खुद अपनी रक्षा करे, खुद पहरा दे पुलिस और नेताओं के पालतू चोर,ु लुटेरो और गुण्डों से निजात पाने का यही सर्वोत्तम तरीका है ! चोर लुटेरो और गुण्डों के घरों में उनके पालकों व संरक्षकों के यहाँ मातम छाया रहे यही आज की सबसे बड़ी जरूरत है !

तोमर ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री सहित राजद के वरिष्ठ नेताओं व कई केन्द्रीय मंत्रियों को पत्र लिख कर चम्बल में कुछ जाति विशेष के लोगों को लेकर चल रही पुलिस व अपराधिया मुहिम को लेकर विस्तृत पत्र लिखे हैं ! तोमर ने कल्ला सिकरवार की मुठभेडृ को भी पूरी तरह फर्जी बताया है और चम्बल में क्या हो रहा है इसको लेकर अति उच्च स्तर तक अपनी भावनाओं व पड़ताल रिपोर्ट भेज दी है ! उल्लेखनीय है कि अपराधों पर तोमर ने कई रिसर्च संपादित कीं हैं ! 

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