मंगलवार, 15 जुलाई 2008

ग्रामीण पत्रकारिता के बदलते आयाम पर कार्यशाला संपन्न

ग्रामीण पत्रकारिता के बदलते आयाम पर कार्यशाला संपन्न

पत्रकार जनहित से जुड़े मुद्दों पर तीखी नजर रखें - श्री विष्णु वर्मा

भिंड 13 जुलाई 08 । वरिष्ठ पत्रकार श्री विष्णू वर्मा ने कहा है कि पत्रकारगण  खबर पर पैनी नजर रखें और जनहित से जुड़ी खबरों को प्रमुखता से स्थान दें । उन्होंने यह बात आज गोहद विकासखंड पर जनसंपर्क विभाग के तत्वावधान में ग्रामीण पत्रकारिता के बदलते आयाम विषय पर आयोजित कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में कही । कार्यशाला में भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार श्री कैलाश नारायण शर्मा, ग्वालियर के श्री राजेन्द्र श्रीवास्तव सहित विकासखंड स्तर के विभिन्न समाचारों एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे । कार्यशाला का आयोजन उत्कृष्ट बालक आदिवासी छात्रावास गोहद में किया गया ।

       श्री वर्मा ने कहा कि बदलते परिवेश में पत्रकारिता के विभिन्न आयामों में भी परिवर्तन आया है । आज के दौर में पत्रकारिता की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो गई है । इसके परिणाम स्वरूप प्रेस का सामाजिक दायित्व पहले की अपेक्षा अधिक बढ़ गया है । उन्होंने कहा कि आजादी से पूर्व समाचार पत्रों का मुख्य दायित्व लोगों के अंदर राष्ट्र प्रेम की भावना का संचार करना तथा विदेशी शासकों की दमनकारियों नीतियों से समाज को अवगत कराना था । लेकिन आज प्रेस का दायित्व देश की सामाजिक, राजनैतिक, आर्थिक सहित सभी पहलुओं से लोगों को अवगत कराना है । संचार क्राति के दौर में मीडिया की गति और पहुंच दोनों में क्रांतिकारी बदलवा महसूस किया जा रहा है । इसीलिये मीडिया प्रतिनिधियों को भी अपने आपको सजग व तैयार रखने की आवश्यक हर समय बनी रहती है । उन्होंने ग्रामीण पत्रकारिता की महत्ता के विषय पर भी प्रकाश डाला और कहा कि असली भारत गांव में ही निवास करता है । इसलिये ग्रामीण क्षेत्र में काम करने वाले प्रतिनिधियों अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है ।

       श्री के एन शर्मा ने कहा कि जनसंपर्क विभाग द्वारा जिले और विकासखंड स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन कर पत्रकारों को जोड़ने का कार्य किया जा रहा है । इसके लिये आयुक्त जनसंपर्क एवं जनसंपर्क विभाग साधुवाद का पात्र है ।  इन कार्यशालाओं के माध्यम से प्रदेश की राजधानी में काम कर रहे प्रतिनिधियों को दूरस्थ ग्रामीण अंचल में कार्यरत मीडिया प्रतिनिधियों से मिलने का मौका मिला है तथा ग्रामीण क्षेत्र में कार्य कर रहे  प्रतिनिधियों की समस्याओं को जानने का भी अवसर प्राप्त हो रहा है ।

       श्री राजेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि भारतवर्ष में ग्रामीण पत्रकारिता का इतिहास काफी पुराना है । उन्होंने कहा कि आज के दौर में भी ग्रामीण पत्रकारिता को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है । ग्रामीण क्षेत्र में काम करने वाले प्रतिनिधि साधन एवं सुविधाओं के अभाव में भी अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ कर रहें हैं जो कि स्वस्थ पत्रकारिता का सुखद पहलू है । श्री श्रीवास्तव ने कहा कि युवा पत्रकारों को इस बात के लिये प्रेरित करने की आवश्यकता है कि वह अपने कर्तव्यों और दायित्वों से विमुख न हों और समाज को नई दिशा देने में अपनी भूमिका निभायें ।

       कार्यशाला में स्थानीय पत्रकार श्री रामप्रकाश सिकरवार, डा. अब्बास बेग, श्री करन सिंह तोमर ने भी अपने विचार व्यक्त किये । कार्यशाला के प्रारंभ में अतिथिद्वय द्वारा मां सरस्वती के चित्र  पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया । कार्यशाला के प्रारंभ में पीआरओ श्री अनिल कुमार वशिष्ठ ने अतिथियों का स्वागत किया तथा विभाग द्वारा आयोजित की जा रही कार्यशाला के उद्देश्य व उपयोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा अंत में सभी की उपस्थिति के प्रति आभार व्यक्त किया ।

 

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