रविवार, 21 अक्टूबर 2007

बराड़ा में स्थापित होगा देश के सबसे ऊंचे रावण दहन का कीर्तिमान

बराड़ा में स्थापित होगा देश के सबसे ऊंचे रावण दहन का कीर्तिमान

रामलीला क्लब, बराड़ा, जिला अम्बाला

संस्थापक अध्यक्ष- तेजिन्द्र सिंह चौहान

फोन- 09416552200

 

       अम्बाला, (20अक्तूबर) अम्बाला जिले के बराड़ा कस्बे में इस वर्ष आयोजित किया जाने वाला दशहरा अपने आप में कई मायने में अनूठा होगा। रामलीला क्लब बराड़ा के संस्थापक अध्यक्ष तेजिन्द्र सिंह चौहान के निर्देशन तथा संरक्षण में आयोजित किए जाने वाले रामलीला के इस दस दिवसीय आयोजन में इस वर्ष उच्च स्तरीय मंचन के दृश्य तो देखने को मिले ही हैं, इसके अतिरिक्त रामलीला की स्टेज की साज-साा भी इतनी आकर्षक, भव्य तथा सुन्दर रही कि हरियाणा तथा आसपास के राज्यों में इसका मुंकाबला नहीं किया जा सकता था।

             21 अक्तूबर को विजयदशमी के दिन बराड़ा में फूंके जाने वाले विशालकाय रावण के विषय में तेजिन्द्र सिंह चौहान का कहना है कि जैसे-जैसे देश में बुराई, आतंकवाद व साम्प्रदायिकता बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे हम प्रत्येक वर्ष बुराई के प्रतीक रावण की ऊंचाई को भी बढ़ा देते हैं। गत् वर्ष बराड़ा में चौहान के निर्देशन में तैयार किया गया रावण देश में दूसरे स्थान का सबसे ऊंचा रावण था। गत् वर्ष इसकी ऊंचाई लगभग 95 फुट थी। परन्तु बीते वर्ष में पानीपत (समझौता एक्सप्रेस), हैदराबाद तथा अजमेर में हुए बम विस्फोटों से फिर यह जाहिर हुआ कि आतंकवाद अभी भी निरंतर बढ़ता ही जा रहा है अत: इस वर्ष रावण अर्थात् बुराई के प्रतीक की ऊंचाई और भी बढ़ा दी गई है। चौहान का दावा है कि इस वर्ष बराड़ा में तैयार होने वाला रावण देश का सबसे ऊंचा रावण होगा तथा देश में रावण की ऊंचाई के लिहांज से एक राष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित करेगा।

             बराड़ा का यह रावण जहां लगभग 110 फुट से अधिक की ऊंचाई से राष्ट्रीय कीर्तिमान बनाने का प्रयास करेगा, वहीं साम्प्रदायिक सौहार्द्र स्थापित करने में भी इस रावण की कम भूमिका नहीं है। तेजिन्द्र चौहान के निमंत्रण पर इस बार पहली बार आगरा से बारह मुस्लिम कारिगरों का एक जत्था रावण बनाने हेतु बराड़ा आया था। मोहम्मद उस्मान के नेतृत्व में आए मुस्लिम कारिगरों का कहना है कि बराड़ा में आकर उन्हें कला के प्रति जो प्रेम तथा साम्प्रदायिक सद्भाव का जो दृश्य देखने को मिला, उन्होंने पहले कभी कहीं नहीं देखा। यह सभी मुस्लिम कारिगर तेजिन्द्र चौहान के समर्पण व कला प्रेम के भी ंकायल हैं तथा उनका कहना है कि चौहान के इसी प्रेम के चलते हम सभी बराड़ा आ सके। जहां बराड़ा में देश का सबसे ऊंचा रावण बनाया गया है, वहीं रावण के साथ मेघनाथ व कुम्भकर्ण की भी विशालकाय आकृतियां इन्हीं मुस्लिम कारिगरों के हाथों तैयार की गई हैं।

              बराड़ा का यह रावण मात्र ही इस वर्ष अकेले राष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित नहीं करेगा बल्कि इसके अतिरिक्त इस अवसर पर आतिशबांजी के भी वह जबरदस्त नंजारे इस अवसर पर देखे जा सकेंगे जो पूरे देश में रामलीला के समापन पर नहीं देखे गए।

             तेजिन्द्र सिंह चौहान का मानना है कि दशहरा सहित सभी ऐसे त्यौहार जोकि बुराईयों पर अच्छाई की विजय के प्रतीक स्वरूप मनाए जाते हों अथवा वे जो साम्प्रदायिक एकता व सद्भाव की मिसाल पेश करते हों, उन समस्त त्यौहारों को चाहे वे किसी भी धर्म एवं सम्प्रदाय के क्यों न हों, सामाजिक त्यौहार के रूप में मनाया जाना चाहिए। ऐसा करने से हर धर्मों के लोग हर धर्मों के त्यौहारों में आसानी से शरीक हो सकेंगे तथा देश में साम्प्रदायिक सद्भाव मंजबूत होगा ।

                                                          रामलीला क्लब

 

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