मंगलवार, 1 दिसंबर 2009

सोवरन सिंह मावई नहीं रहे: पंचतत्‍व में चम्बल के राजनीतिक क्षितिज के एक और सितारे का अवसान

सोवरन सिंह मावई नहीं रहे: पंचतत्‍व में चम्बल के राजनीतिक क्षितिज के एक और सितारे का अवसान

राजेश सिंह ''चिन्‍तक'', असलम खान, लायक सिंह गुर्जर, नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनन्‍द''

मुरैना 1 दिसम्बर 09, आज सबेरे जैसे ही कांग्रेस के दिग्गज व महारथी नेता सोवरन सिंह मावई के दिल्ली में निधन हो जाने की खबर मुरैना आई सभी लोग जैसे हतप्रभ और अवाक रह गये, अभी पिछला विधान सभा चुनाव ठीक एक साल पहले ही मुरैना विधान सभा से कांग्रेस के टिकिट पर लड़ा था ! इससे पहले मावई मुरैना के विधायक रह चुके हैं ! ज्ञातव्य है कि हृदयगति रूक जाने के कारण 60 वर्षीय मावई का 1 दिसम्बर को दिल्ली में दौराने इलाज देहावसान हो गया, सबेरे तड़के करीब 5:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली !

मावई के पार्थिव शरीर को दोपहर करीब दो बजे दिल्ली से मुरैना लाया गया जहाँ हजारों की संख्या में लोग मावई के अंतिम दर्शनार्थ उनके निवास एवं काफिले पर पहुँचे ! मावई को बाद में अंतिम संस्कार हेतु उनके परिजन उनके पैतृक गाँव चौखूटी ले गये ! जहाँ उनका अंतिम संस्कार किया गया !

मावई की अंतिम यात्रा में लगभग 3 हजार लोग उपस्थित थे जिसमें सभी राजनीतिक दलों के ख्यातनाम राजनीतिज्ञ एवं बुध्दिजीवियों, अभिभाषकों, पत्रकारों के अलावा आम जन भी भारी संख्या में मौजूद थे ! मुरैना जिला न्यायालय में भी मावई के निधन पर शोकसभा का आयोजन कर मावई को श्रंध्दांजलि दी गई इसके बाद न्यायालयीन कार्य स्थगित कर दिये गये ! स्व. सोवरन सिंह मावई मूलत: पेशे से अभिभाषक होकर मुरैना बार के सदस्य थे !

अपने व्यवहार एवं मुखरता के कारण मावई आम जनमानस तथा बुध्दिजीवियों एवं राजनीतिज्ञों में काफी लोकप्रिय व आत्मीय थे ! विरोधी राजनीतिक दल एवं राजनेता भी मावई का आत्मीय तौर पर सम्मान करते थे एवं उनकी हर बात को वनज एवं तव्वजो देते थे ! मावई ने अपने विधायक कार्यकाल के दौरान जहाँ मुरैना की आवाज को विधानसभा में सदैव सशकत ढंग से उठाया वहीं अपनी पार्टी के सत्ताधारी रहते हुये भी सरकार के खिलाफ लोगों के हक के लिये लड़ते रहे !

मावई के उपलब्धियों में मुरैना का ओवर ब्रिज निर्माण, स्टेडियम निर्माण सहित कई शिक्षा संस्थानों की स्थापना आदि प्रमुख रूप से रहे ! कांग्रेस में मावई को स्व.माधव राव सिंधिया का सिपहसालार कहा जाता था और स्व. माधवराव सिंधिया के भी मावई आखिर तक पहली और आखरी पसन्द बने रहे, अपने भाषणों में स्व. माधवराव सिंधिया, सोवरन सिंह मावई की तारीफ किये बिना नहीं रहते थें, गुर्जर राजनीति से अपनी राजनीतिक शुरूआत करने वाले स्व. सोवरन सिंह मावई काें राजनीति अपने पिता से विरासत में मिली थी, स्व. मावई के पिता स्व. गेंदालाल मावई कम्यूनिस्ट नेता तथा विधानसभा चुनाव लड़ते रहे थे !

मावई कांग्रेस के ही पूर्व विधायक और मंत्री रहे भिण्ड के तत्कालीन विधायक उदयभानु सिंह कुशवाह के खासो खास होकर स्व. माधवराव के खास दरबारी थे !

मावई और सिंधिया का रिश्ता कुछ ऐसा था कि कांग्रेस में अपने ताकतवर विरोधीयों के रहते हुये भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी में तथा अखिल भारतीय कांगेंस कमेटी में चम्बल के नुमाइन्दे बने !

स्व.सोवरन सिंह मावई के निधन से जहाँ कांग्रेस ने एक राजनीतिक ध्रुव खो दिया है वहीं राजनीतिक जगत को भी काफी क्षति पहुँची है !

स्व. बाबू जबर सिंह तोमर, स्व. जाहर सिंह शर्मा कक्का के बाद चम्बल के मुखर नेताओं में स्व. सोवरन सिंह मावई की ही गणना की जाती थी , अब एक दिसम्बर को इस दैदीप्यमान सूर्य का भी अंतत: सूर्यास्त हो गया लेकिन यह मुश्किल हीजान पड़ता है कि कोई अन्य मावई के कद तक पहुँच सकेगा ! मावई राजनीतिक तौर पर तो बेहतर इंसान थे ही लेकिन मानवीय तौर पर भी एक संवेदनशील व्यक्तित्व थे ! इसीलिये सबसे अधिक दुखी उनके विरोधी राजनीतिज्ञ ही नजर आये ! उनके भी मुख से यही निकला कि एक धु्रव एक सितारा अंतत: विदा ले गया ! जो सदा आम जनता के लिये ही लड़ता था और तार्किक एवं अकाटय बात कहता था !

 

सोवरन सिंह मावई की जीवन यात्रा- एक नजर में

आयु - 60 वर्ष, पैतृक गांव- चौखूटी, वर्तमान निवास- गणेशपुरा मुरैना

शिक्षा- बी.ए. एल.एल.बी.

1969-70 --- मुरैना महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष

1972- बामौर ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष

1975 - सदस्य 20 सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति मुरैना

1976- कृषि उपज मण्डी समिति मुरैना के सदस्य निर्वाचित

1977- अध्यक्ष जनपद पंचायत मुरैना - निर्वाचित

1982- अध्यक्ष, कृषि उपज मण्डी मुरैना- निर्वाचित

1983- निदेशक, राज्य कृषि उपज विपणन बोर्ड

1986- सदस्य, भोपाल आकाशवाणी भोपाल सलाहकार समिति

1987- सदस्य, क्षेत्रीय रेल्वे सलाहकार समिति बाम्बे

1993- विधायक मुरैना विधानसभा (कांग्रेस पार्टी के टिकिट पर)

1996- प्रदेश महामंत्री, म.प्र. कांग्रेस कमेटी

1996- सदस्य, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी

2004- उपाध्यक्ष, म.प्र. कांग्रेस कमेटी

2006- सदस्य, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी

2008- प्रदेश महामंत्री, म.प्र. कांग्रेस कमेटी

 

 

 

 

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