शुक्रवार, 5 सितंबर 2008

चम्‍बल में कोहराम, जनता सड़कों पर पुलिस, प्रशासन व जनता में जम कर संघर्ष

चम्‍बल में कोहराम, जनता सड़कों पर पुलिस, प्रशासन व जनता में जम कर संघर्ष

गोलीयां चलीं एक मरा सैकड़ों घायल, पुलिस की गाड़ी फूंकी, साठ वाहन फोड़े

चक्‍का जाम, पथराव और लठ्ठों से धुनी सरकार, प्रशासन व पुलिस के सिर फोड़े, दांत तोड़े

सरकार ने बन्‍द कराये फोन, मोबाइल और इण्‍टरनेट

चम्‍बल में मचे कोहराम तथा जनता और सरकार के बीच हुये खुलेआम संघर्ष की खबरों को नियंत्रित करने व मीडिया डीलिंग के लिये दोपहर 12 बजे से समूची चम्‍बल में प्रशासन ने फोन, मोबाइल और इण्‍टरनेट सेवायें ब्‍लॉक करवा दीं ।

स्थिति इतनी अधिक बदतर रही कि वायरलेस इण्‍टरनेट सेवायें भी चम्‍बल घाटी में दूसरे दिन सुबह पॉंच बजे तक ठप्‍प रहीं । इस बीच प्रशासन पत्रकारों को अपने फेवर में खबर लिखने के लिये साम दाम दण्‍ड भेद के जरिये साधता रहा ।

लगभग हर कम्‍पनी चाहे एयरटेल हो चाहे सरकारी क्षेत्र की बी.एस.एन.एल. सभी कम्‍पनीयों की समूची सेवायें 4 सितम्‍बर दोपहर बजे से 5 सितम्‍बर सुबह 5 बजे तक बन्‍द रहीं । एयरटेल ने जहॉं सेवायें बन्‍द करने के लिये डिस्‍कनेक्‍शन और सिग्‍नल जाम का सहारा लिया, उसका कस्‍टमर केयर सेण्‍टर इस दरम्‍यान पूरी तरह बन्‍द रहा । वहीं बी.एस.एन.एल. 3पी डिस्‍कनेक्‍शन और सिगनल जाम रखे । बी.एस.एन.एल. का कस्‍टमर केयर भी इस दरम्‍यान पूरी तरह ठप्‍प रहा । यही हालत आइडिया तथा अन्‍य कम्‍पनियों की सेवाओं की रही । देर रात तक प्रशासन मीडिया को सैटल करने में लगा रहा । 

भाजपा के इसी सरकार के ही कार्यकाल में प्रशासन की यह अंचल में तीसरी बार मोबाइल, फोन और इण्‍टरनेट बन्‍द कराने की कवायद थी । इससे पहले अम्‍बाह पोरसा काण्‍ड और जगजीवन परिहार मुठभेड़ काण्‍ड के वक्‍त भी अंचल में प्रशासन ने फोन, मोबाइल और इण्‍टरनेट सेवायें बन्‍द करवा दीं थीं ।

इण्‍टरनेट चालू होते ही फिर काटी बिजली

सुबह पॉंच बजे जैसे ही 5 सितम्‍बर को इण्‍टरनेट चालू हुआ वैसे ही प्रशासन ने अंचल की बिजली फिर काट दी जो कि फिर लौट कर ही नहीं आयी ।     

 

 

मुरैना 5 सितम्‍बर 08, कल जब महाराजपुर में पुलिस जनता और बिजली कर्मी संग्राम छिड़ा और अभी इसकी आग बुझ भी नहीं पायी थी कि अंचल के मुरैना जिला के बानमोर कस्‍बे में भारी उपद्रव हो गया ।

पॉंच छ: घण्‍टे तक चले इस उपद्रव मे जनता और पुलिस तथा प्रशासन के बीच जम कर संघर्ष, पथराव, गोलीबारी और लठियाई हुयी । जिसमें जनता ने पुलिस व प्रशासन को जम कर धुन दिया, पुलिस व प्रशासन की गाड़ीयां तोड़ फोड़ दीं वहीं पुलिस की एक गाड़ी को जला कर फूंक दिया । प्रशासन व पुलिस अधिकारीयों के दांत तोड़ दिये और सिर फोड़ दिये ।

भाजपा शासनकाल में यह जनता और सरकार के बीच मुरैना जिला का तीसरा संग्राम तथा एक ही दिन में दूसरा जनसंघर्ष था । यहॉं भी पुलिस और प्रशासन ही ठुका पिटा ।

उल्‍लेखनीय है कि कई कारणों से चम्‍बल की जनता सरकार और प्रशासन व पुलिस से नाक तक भरी बैठी है और किंचित भी मौका पाते ही जनता के गुस्‍से उबाल निकल पड़ता है । यदि हालात यही रहे तो आने वाले चुनावों में न केवल भाजपा की बुरी फजीहत होगी बल्कि कोई शक नहीं कि जगह जगह पिटाई ठुकाई भी हो ।

जनता व प्रशासन एवं पुलिस के बानमोर में हुये संघर्ष के बाद समूची चम्‍बल घाटी में फोन, मोबाइल एवं इण्‍टरनेट सेवायें सरकार ने ब्‍लॉक करवा दीं  और मीडिया सैटलमेण्‍ट में देर रात तक सरकार और भाजपाई लगे रहे ।

बानमोर में यह घटनाक्रम तब घटित हुआ जब एक साइकिल सवार विद्यालय से पढ़ कर वापस घर लौट रहे स्‍कूली छात्र श्‍यामवीर पुत्र कमलेश धाकड़ किरार को एक ट्रक ने कुचल कर मार दिया । और ट्रक लेकर भाग गया ।  जिससे बानमोर में भारी जन आक्रोश फैल गया ।

गुस्‍साये लोगों ने, राष्‍ट्रीय राजमार्ग पर चक्‍का जाम कर दिया ( इसी मार्ग पर युवक कुचला था तथा यह मार्ग बानमोर से होकर ही गुजरता है, यह मार्ग बानमोर से पहले तक ही बना है और आगे अधूरा पड़ा है )

चक्‍का जाम की खबर पर जनता को खदेड़ने पहुँचे पुलिस एवं प्रशासन को मय पुलिस दलबल के जनता ने पथराव, और लठियाई कर बुरी तरह धुन दिया । जनता की संख्‍या इतनी अधिक थी कि यदि कई जिलों का पुलिस बल भी आता तो कम पड़ जाता ।

मुरैना जिले के हर थाने से पुलिस तलब की गयी लेकिन पीट कूट कर भागने पर जनता ने मजबूर करदिया ।

मामला नियंत्रण से बाहर देख पुलिस ने अन्‍धाधुन्‍ध गोलीयां चलानीं शुरू कर दीं । जिससे मौके पर कई लोग घायल हो गये एक किशोर बच्‍चे के गोली लगने से घायल होने से गंभीर हालत हो गयी । जनता पर पुलिस की गोलीयां चलती देख बरबस ही लोगों को जलियांवाला काण्‍ड याद आ गया ।

पुलिस की अन्‍धाधुन्‍ध फायरिंग से जहां लोगों का गुस्‍सा और अधिक उबल पड़ा, वही पथराव तथा लठियाई और बढ़ गयी ।

जनता के सैकड़ों लोग (शायद हजारों) लोग चोटिल व घायल हो गये वही अनेक पुलिस व प्रशासनिक अधिकारीयों के दांत टूट गये तथा सिर फूट गये । क्षेत्र के सारा मंजर रक्‍त रंजित एवं हृदय विदारक था वहीं चारों ओर मारो मारो, तथा कोहराम मचा था ।

पिटे कुटे पुलिस व प्रशासन ने गुरूवार देर रात तक बिजली बन्‍द करवा कर रखी वहीं खबरों के रिलीज पर रोक लगा कर रखी ।

पुलिस ने कई बेगुनाहो पर खबर लिखे जाने तक कई मामले लाद दिये हैं ।

घटना के दरम्‍यान जनता ने पुलिय का वाहन क्रमांक एम.पी.03 4139 जला कर फूंक दिया । साथ ही हाई वे से गुजर रही लगभग साठ सत्‍तर गाड़ीयों की पथराव एवं तोड़ फोड़ कर क्षतिग्रस्‍त कर दिया ।

पुलिस द्वारा इस घटना के सम्‍बन्‍ध में सैकड़ा लोगों को पकड़ कर थाने में बन्‍द कर पूछताछ के नाम पर बुरी तरह पीटा जा रहा है ।

 

कोई टिप्पणी नहीं: